Class 10th Social Science Subjective Question

Class 10th Social Science लोकतंत्र में प्रतिस्पर्द्धा एवं संघर्ष ( लघु उत्तरीय प्रश्न ) Question Answer 2023 || Lokatantr Mein Pratisparddha Evan Sangharsh ka VVI Question Answer, NCERT Solution For Class 10 Bihar Board

Class 10th Bihar Board Social Science Subjective Question Answer

1. राजनीतिक दल की परिभाषा दें।

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उत्तर ⇒ सामान्य तथा राजनीतिक दल का आशय ऐसे व्यक्तियों के किसी भी समूह से है जो एक समान उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कार्य करता है । यदि उस दल का उद्देश्य राजनीतिक कार्य-कलापों से संबंधित होता है तो उसे हम राजनीतिक दल कहते हैं। किसी भी राजनीतिक दल में व्यक्ति एक समान उद्देश्य की प्राप्ति के लिए एकजुट होते हैं, जैसे मतदान करना, चुनाव लड़ना, नीतियाँ एवं कार्यक्रम तय करना आदि ।


2. बिहार में हुए “छात्र आंदोलन’ के प्रमुख कारण क्या थे ?

उत्तर ⇒ बिहार में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार एवं खाद्यान्न की कमी और कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि ही छात्र आंदोलन के प्रमुख थे।


3. विपक्षी दल के कार्यों का संक्षिप्त वर्णन करें।

उत्तर ⇒ लोकतंत्र में विपक्षी दल एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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विपक्षी दल के तीन महत्त्वपूर्ण कार्य निम्नलिखित हैं –
(i) सत्तारूढ़ दल पर उचित नियंत्रण रखना और जनता की शिकायतों को सरकार के समक्ष करना।
(ii) विपक्षी दल कानून के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
(iii) सरकार के साथ सकारात्मक कदम उठाकर देश के विकास में सहायता करना।


4. ‘चिपको आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

उत्तर ⇒ चिपको आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य स्थानीय निवासियों का जल, जंगल, जमीन जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण था। सरकार से यह माँग की गई थी कि जंगल की कटाई का कोई भी ठेका बाहरी व्यक्तियों को न दिया जाए।


5. दबाव समूह से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर ⇒ लोगों का ऐसा समूह जो अपनी माँगों की ओर सरकार का ध्यान दिलाने के लिए सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डालने के लिए संगठन बनाता है, दबाव समूह कहलाता है।


6. राजनीतिक दलों को प्रभावशाली बनाने के दो सुझाव दें।

उत्तर ⇒ लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के सामने आज अनेकों चुनौतियाँ हैं, जिसका सामना करने के लिए राजनीतिक दलों को प्रभावशाली बनाने के उपाय निम्न हैं –

(i) दलबदल कानून लागु हो – विधायकों और सांसदों के दल बदल को रोकने हेतु जो कानून बनाया गया है उसे पूर्णतः लागू होना चाहिए।
(ii) न्यायपालिका के आदेश का पालन – आय से अधिक सम्पत्ति, काले धन का दुरुपयोग तथा अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर रोक संबंधित न्यायालय के आदेश लागू होने से राजनीतिक दल प्रभावशाली होंगे।


7. राजनीतिक दल लोकतंत्र में क्यों आवश्यक है ? अथवा, राजनीतिक दल को ‘लोकतंत्र का प्राण’ क्यों कहते हैं ?

उत्तर ⇒ राजनीतिक दल, शासन व्यवस्था के पक्ष-विपक्ष से अवगत कराते हुए जनता के समक्ष बेहतर विकल्प पेश करता है । जनमत निर्माण की इस प्रक्रिया में जनता को निर्णय लेने में सुविधा होती है। राजनीतिक दलों के अभाव में चुनाव का कोई अस्तित्व नहीं होता। चुनाव एवं राजनीतिक दल में जरूरी संबंध है। अतएव राजनीतिक दल लोकतंत्र का प्राण है।


8. दल-बदल कानून क्या है ?

उत्तर ⇒ विधायकों और सांसदों के दल-बदल को रोकने के लिए संविधान में दल-बदल संशोधन कानून बनाया गया है। इस कानून के तहत कोई भी विधायक या सांसद जिस दल के प्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित होते हैं यदि वह प्रतिनिधि अपने निर्वाचन वाले दल को छोड़कर नए दल में जाना चाहता है तो उसे अपनी सीट गँवानी होगी। यह दल-बदल कानून भारतीय राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कानून के रूप में उभर कर आया है।


9.चिपको आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे ?

उत्तर ⇒ चिपको आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित थे –
(i) वन-सम्पदा की सुरक्षा,
(ii) वन जीव की सुरक्षा,
(iii) मिल मालिकों के शोषण से मुक्ति तथा
(iv) पर्यावरण सुरक्षा।


10. सूचना के अधिकार आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे ?

उत्तर ⇒ सूचना के अधिकार आंदोलन का मुख्य उद्देश्य सरकारी दस्तावेजों की प्रतिलिपि की प्राप्ति था।


1.1. सूचना का अधिकार का कानून लोकतंत्र का रखवाला है, कैसे ? अथवा, सूचना का अधिकार क्या है ?

उत्तर ⇒ सूचना का अधिकार का कानून लोगों को जानकार बनाने और लोकतंत्र के रखवाले के तौर पर सक्रिय करने का अच्छा उदाहरण साबित हुआ है। सूचना . का अधिकार सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का काम करता है । इस कानून के पारित होने के बाद अब जनता काफी जागरूक हो गयी है ।


12, भारतीय किसान यूनियन की मुख्य माँगें क्या हैं ?

उत्तर ⇒ भारतीय किसान यूनियन किसानों के हितों की रक्षा के लिये समय-समय पर आन्दोलन करता रहता है। इसकी मुख्य माँगें किसानों को सस्ती दरों पर बिजली, खाद व बीजों की आपूर्ति, कृषि उत्पाद के लिये उचित मूल्य की व्यवस्था, किसानों की ऋण माफी आदि हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश व हरियाणा में किसानों की मुख्य माँग गन्ना की कीमतों में वृद्धि तथा सस्ती बिजली की अबाध आपूर्ति है ।


13. राजनीति दलों के प्रमुख चुनौतियों का वर्णन करें। अथवा, राजनैतिक दलों की दो प्रमुख चुनौतियों को संक्षेप में लिखें।

उत्तर ⇒ राजनीति दलों के प्रमुख चुनौतियाँ इस प्रकार हैं –
(i) दलों के अन्दर आंतरिक लोकतंत्र के अभाव के कारण बहुत सारे नेता अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं।
(ii) दलों में वंशवादी उत्तराधिकार का चलन बढ़ गया है। यह दल को सक्षम नेतृत्व प्राप्त करने से वंचित रखता है।
(iii) दल चुनाव जीतने के लिए धन एवं बल के प्रयोग में संलग्न हैं। यह लोकतंत्र के विकास को रोकता है तथा दल के अन्दर अच्छे नेताओं के महत्त्व को कम करता है।
(iv) आजकल दलों की विचारधाराओं में मामूली-सा अंतर रह गया है। फलतः जनता के लिए विकल्पों का चुनाव सीमित हो गया है।


14. राष्ट्रीय राजनीति दल किसे कहते हैं ?

उत्तर ⇒ भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में राष्ट्रीय राजनीतिक दल वैसे दल हैं जिनका अस्तित्व पूरे देश में होता है। इनके कार्यक्रम एवं नीतियाँ राष्ट्रीय स्तर के होते हैं। इनकी इकाइयाँ राज्य स्तर पर भी होती हैं। इन्हें राष्ट्रीय राजनीतिक दल कहते हैं। राष्ट्रीय राजनीतिक दल की मान्यता प्राप्त करने के लिए राजनीतिक दलों को लोकसभा या विधान सभा के चुनावों में 4 या अधिक राज्यों द्वारा कुल डाले गये वैध मतों का 6% प्राप्त करने के साथ किसी राज्य या राज्य से लोकसभा की कम-से-कम 4 सीटों पर विजयी होना आवश्यक है।


15. जनता दल यूनाइटेड का परिचय दें।

उत्तर ⇒ जनता दल यूनाइटेड को जदयू के नाम से भी जाना जाता है। यह एक क्षेत्रीय दल है। जिसका चुनाव चिह्न तीर है। बिहार में जनता दल यूनाइटेड की सरकार है। जिसके मुख्यमंत्री श्री नीतिश कुमार जी है।


16. राजनीतिक दलों को प्रभावशाली बनाने के तीन उपायों को संक्षेप में लिखें।

उत्तर ⇒ लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के सामने आज अनेकों चनौतियाँ हैं, जिसका सामना करने के लिए राजनीतिक दलों को प्रभावशाली बनाने के तीन उपाय निम्नलिखित हैं –

(i) दलबदल कानून लागू हो – विधायकों और सांसदों के दल बदल को रोकने हेतु जो कानून बनाया गया है उसे बिना किसी लाभ के पूर्णत: लागू होना चाहिए।
(ii) न्यायपालिका के आदेश का पालन –  आय से अधिक सम्पत्ति, काले धन का दुरुपयोग तथा अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर रोक संबंधित न्यायालय के आदेश लागू होने से राजनीतिक दल प्रभावशाली होंगे।
(iii) दलों के बीच आंतरिक लोकतंत्र बहाल हो – राजनीतिक दलों को को बनाने के लिए यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दल अपने-अपने संविधान का पालन करें।

 


17, भ्रूण हत्या क्या है ? क्या कानून इसे रोकने में सफल हुआ है ?

उत्तर ⇒ भ्रूण हत्या का तात्पर्य गर्भ में ही कन्या शिश की गर्भपात द्वारा हत्या करना है। आज की वैज्ञानिक तकनीकि द्वारा गर्भ काल के दौरान ही पता चल जाता है कि गर्भ में पल रहा शिशु कन्या है या बालक । चूँकि अधिकांश दम्पत्ति लड़की की तुलना में लड़के को अधिक चाहते हैं । अतः वे गर्भ में कन्या शिशु की गर्भपात द्वारा हत्या करवा देते हैं। भारत में भ्रूण हत्या विरोधी कानून अधिक सफल नहीं हो पाया है। क्योंकि इस कानून का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है। दूसरा भ्रूण हत्या जनता की मान्यताओं व विश्वासों से सम्बन्धित है, जिसे आसानी से नहीं बदला जा सकता । भ्रूण हत्या पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता का प्रतीक है।


18. ताड़ी विरोधी आन्दोलन क्यों हुआ ?

उत्तर ⇒ ताड़ी विरोधी आन्दोलन महिलाओं द्वारा शराबबन्दी के लिए चलाया गया था। इसका उद्देश्य पुरुषों में शराब की लत को समाप्त करना था। ताड़ी ताड़ के पेड़ से प्राप्त होने वाली नशीला पेय पदार्थ है।


19. स्वतंत्र राजनीतिक संगठन कौन होता है ?

उत्तर ⇒ विभिन्न समूह दलगत राजनीति से अलग होकर जब अपने आंदोलन को व्यापक प्रसार करने हेतु जनता को लामबंद करते हैं तो इसे हम स्वतंत्र राजनीतिक संगठन कह सकते हैं।


20. किस आधार पर आप कह सकते हैं कि राजनीतिक दल जनता एवं सरकार के बीच कड़ी का काम करता है ?

उत्तर ⇒ राजनीतिक दल का एक प्रमुख कार्य है-जनता और सरकार के बीच मध्यस्थता करना । राजनीतिक दल ही जनता की समस्याओं और आवश्यकताओं को सरकार के सामने रखते हैं और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को जनता तक पहुँचते हैं । इस तरह राजनीतिक दल सरकार एवं जनता के बीच कड़ी का काम करता है।


21. संगठित राजनीति के अनेक माध्यम कौन-कौन से हैं ?

उत्तर ⇒ उत्तर– संगठित राजनीति के अनेक माध्यम होते हैं जैसे-राजनीतिक दल, दबाव समूह तथा आन्दोलनकारी समूह ।


22. नेपाल के आंदोलन का मुख्य लक्ष्य क्या था ?

उत्तर ⇒ नेपाल के आंदोलन का मुख्य लक्ष्य था कि शासन की बागडोर राजा के हाथ से लेकर लोकतंत्र की स्थापना करना था।


23. राजनीतिक दल और दबाव समूह में एक बड़ा अंतर क्या है ?

उत्तर ⇒ राजनीतिक दल का मुख्य लक्ष्य देश की सत्ता पर नियंत्रण स्थापित करना होता है जबकि दबाव समूह का ऐसा कोई लक्ष्य नहीं होता है।


24. भारतीय किसान यूनियन की सरकार को क्या चेतावनी दी गयी?

उत्तर ⇒ भारत ने यदि कृषि को विश्व व्यापार संगठन के दायरे से बारह रखने का प्रयास नहीं किया तो देश इसके आर्थिक-सामाजिक परिणाम भुगतने को तैयार रहे।


25.चिपको आंदोलन और नर्मदा बचाओ आंदोलन में क्या अंतर था ?

उत्तर ⇒ जहाँ चिपको आंदोलन के द्वारा पर्यावरणीय मुद्दों के संरक्षण पर बल दिया गया वहीं नर्मदा बचाओ आंदोलन ने कृषि क्षेत्र की सरकार द्वारा अनदेखी पर अपना गहरा रोष प्रकट किया ।


26. भारत के राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के नाम बताएँ ।

उत्तर ⇒ भारत में छह राष्ट्रीय राजनीतिक दल हैं—भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी।


27. नेपाल और बोलिविया के संघर्ष में दो समानताएँ क्या थीं ?

उत्तर ⇒ नेपाल और बोलिविया के संघर्ष में दो समानताएँ इस प्रकार थीं –
(i) दोनों ही घटनाओं में जनता एक बड़े पैमाने पर लामबन्द हुई।
(ii) दोनों ही घटनाओं में राजनीतिक संगठनों की भूमिका निर्णायक रही।


28. दलीय पद्धति के कितने प्रकार हैं ? सोदाहरण लिखें।

उत्तर ⇒ दलीय पद्धति के तीन प्रकार हैं – एकदलीय, द्विदलीय एवं बहुदलीय। एक दलीय पद्धति का उदाहरण चीन है। द्विदलीय पद्धति का उदाहरण ब्रिटेन एवं अमेरिका है। बहुदलीय पद्धति का उदाहरण भारत, फ्रांस, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि हैं।


29. हित-समूह क्या है? इसकी एक परिभाषा है ?

उत्तर ⇒ समाज में विभिन्न हितोंवाले लोग निवास करते हैं। जब एक प्रकार के हित रखनेवाले लोग संगठित रूप धारण कर लेते हैं तो उसे हित-समूह कहते हैं। इसकी एक परिभाषा है— हित-समूह ऐसे लोगों का समुदाय है जिनमें परस्पर हितों । की साझेदारी हो।


30. राजनीतिक दलों और दबाव समूहों के बीच रिश्ते के दो रूप कौन-कौन से हैं ?

उत्तर ⇒ राजनीतिक दलों और दबाव समूहों के बीच रिश्ते के दो रूप हैं –
(i) कुछ एक दबाव समूह राजनीतिक दलों द्वारा ही बनाए जाते हैं।
(ii) कभी-कभी दबाव समूह बाद में राजनीतिक दल का रूप धारण कर लेते हैं। जैसे—असम गण परिषद् ।

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