1. बिहार में वनों के अभाव के चार कारणों को लिखिए ।
उत्तर ⇒ बिहार में वनों के अभाव के निम्नलिखित कारण हैं –
(i) बिहार विभाजन के बाद अधिकतर वनाच्छादित क्षेत्र झारखण्ड में चला गया है। वर्तमान बिहार में 6.87% भौगोलिक क्षेत्र में ही वन है।
(ii) बिहार में गंगा का उत्तरी मैदान बहुत ही उपजाऊ है। अतः यहाँ के लोग वन लगाने की अपेक्षा कृषि कार्य करना ही सर्वोत्तम मानते हैं।
(iii) वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण भी यहाँ वनों का अभाव है।
(iv) सबसे महत्त्वपूर्ण कारण यह है कि लोगों में वनों के महत्त्व से संबंधित जागरूकता नहीं है। इन कारणों से बिहार में वनों का तेती है ह्रास हो रहा है।
2. बिहार में वन सम्पदा की वर्तमान स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर ⇒ बिहार विभाजन के बाद बिहार में वनों की स्थिति दयनीय हो गई है। वर्तमन में अधिकतर भूमि कृषि योग्य हैं। बिहार में 764.47 हेक्टेयर में ही वन क्षेत्र बच गया है, जो बिहार के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 6.87% है। यहाँ प्रति व्यक्ति वन भूमि क औसत मात्र 0.05 हेक्टेयर है जे राष्ट्रीय औसत 0.53 हेक्टेयर से बहुत ही कम है। बिहार के 38 जिलों में से 17 जिलों से वन क्षेत्र समाप्त हो गया है। पश्चिमी चम्पारण, मुंगेर, बांका, जमुई, नवादा, नालन्दा, गया, रोहतास, कैमूर और औरंगाबाद जिलों के वनों की स्थिति कुछ बेहतर हैं, जिसक कुल क्षेत्रफल 3700 वर्ग किलोमीटर है। शेष में अवक्रमित वन क्षेत्र हैं, जहाँ वन के नाम पर केवल झुरमुट बच गये हैं। सिवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, पटना, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, मधेपुरा, खगड़िया में एक प्रतिशत से भी कम भूमि में वन मिलते हैं।
3. बिहार में नहरों के विकास से संबंधित समस्याओं को लिखिए ।
उत्तर ⇒ बिहार में जल संसाधन का उपयोग मुख्य रूप से सिंचाई, गृह एवं औद्योगिक संस्थानों में होता है। बिहार में सिंचाई के लिए नहर प्रमुख साधन हैं। यहाँ वर्तमान में 95% से अधिक जल संसधन का उपयोग सिंचाई में होता है। इसके अलावा अनियमित एवं असमान वर्षा भी होती हैं। यहाँ कुछ फसलें शीत ऋतु में होती हैं और यह मौसम शुष्क रहता है। यहाँ मैदानी भागों में नहरों का विकास अधिक हुआ है, क्योंकि यहाँ पर समतल भूमि, मुलायम मिट्टी, विस्तृत कृषि क्षेत्र तथा सतत्वाहिनी नदियों द्वारा जल की आपूर्ति होती है। उत्तरी बिहार की अधिकतर नदियाँ हिमालय से निकलने के कारण सततवाहिनी हैं। यहाँ की नहरों में वर्ष भर पानी रहता है, इसके विपरीत दक्षिण गंगा के मैदान कर नहरें छोटानागपुर पठार से निकलने के करण बरसाती हैं। इनमें वर्ष भर पानी नहीं रहता।
4. बिहार में धान की फसल के लिए उपर्युक्त भौगोलिक दशाओं का उल्लेख करें ।
उत्तर ⇒ बिहार में धान की फसल खरीफ फसल के अंतर्गत आती है। यहाँ तीन उपजें भदई, अगहनी तथा गरमा होती है। यह राज्य के लगभग सभी क्षेत्रों में उत्पन्न की जाती है। बिहार की मैदानी भाग अधिक उपयुक्त है, क्योंकि जलोढ़ मिट्टी काफी उपजाऊ है, यह फसल जून-जुलाई में लगाई जाती है। यह उष्णार्द्र जलवायु की फसल है। इसके लिए 20°-27° सेल्सियस तापमान 75-200 cm. वर्षा एवं अधिक श्रमिक चाहिए।
5. कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं इस कथन की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर ⇒ बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ की 80% आबादी कृषि पर निर्भर है। झारखंड के अलग हो जाने के बाद बिहार के लोगों के लिए कृषि का महत्व बढ़ रहा है। 2005-06 से 59.37% भूमि पर कृषि की जाती है। बिहार में धान, गेहूँ, मकई, जौ, गन्ना, तम्बाकू, ज्वार, तेलहन, दलहन फसले होती है यहाँ सकल घरेलू उत्पादन में कृषि का योगदान सर्वाधिक है इसलिए कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
6. बिहार में दलहन के उत्पादन एवं वितरण का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए ।
उत्तर ⇒ बिहार के दलहन फसलों में चना, समूर, खेसारी, मटर, रबी दलहन की फसलें हैं, जबकि अरहर और मूंग खरीफ दलहन की फसलें हैं। 2006-07 ई. में बिहार में रबी दलहन की खेती 519.6 हजार हेक्टेयर भूमि में की गई तथा खरीफ दलहन की खेती 87.26 हजार हेक्टेयर क्षेत्र के किया गया। दलहन उत्पादन में पटना जिला का स्थान बिहार में सबसे आगे है, जबकि औरंगाबाद और कैमूल जिले क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर है।
7. बिहार के किस भाग में सिंचाई की आवश्यकता है और क्यों ?
उत्तर ⇒ बिहार के किशनगंज, शिवहर, दरभंगा, अररिया, मधुबनी जिले सिंचित क्षेत्रों की दृष्टि से काफी पीछे है । इस जिलों की सिंचाई की आवश्यकता सर्वाधिक है। किशनगंज के 21.81% फसल क्षेत्र ही सिंचित है। इसके कारण इस क्षेत्र में कषि में काफी पिछड़ा हुआ है। बिहार राज्य कृषि प्रधान राज्य है। ये राज्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। यहाँ स्थायी सिंचाई की आवश्यकता काफी अधिक है।
8. बिहार में वन जीवों का संरक्षण महत्त्वपूर्ण है। क्यों ?
उत्तर ⇒ वन और वन जीवों का संरक्षण महत्त्वपूर्ण है। यह राज्य एवं राष्ट्र का धरोहर होता है। जो धीरे-धीरे विलुप्त हो रहे हैं। यहाँ प्राचीन काल से ही वन एव वन जीवो की पूजा की जाती रही है। जैसे वट. पीपल, आँवला और तुलसा। 97 जीवों में चींटी से लेकर साँप जैसे विषैले जन्त को भोजन दिया जाता है आर पूजा की जाती है। पक्षियों को भी दाने देने का प्रचलन है। इसलिए राज्य एव राष्ट्राय सार पर वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए कई कार्यम चलाये जा रहे है।
9. बिहार में बाढ़ की स्थिति का वर्णन करें ।
उत्तर ⇒ मानसून की अनिश्चितता के कारण बिहार के किसी-न-किसी भाग में प्रतिवर्ष बाढ का आगमन होता है। बिहार की कोसी बाढ़ की विभीषिका क लिए बदनाम है। उत्तरी बिहार के मैदान बाढ से अधिक प्रभावित हैं। उत्तरी बिहार म बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सारण, गोपालगंज, वैशाली, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सहरसा, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी इत्यादि हैं। इन क्षेत्रों में मुख्यतः घाघरा, गंडक, कमला, बागमती और कोसी नदियों से बाढ़ आती है। उत्तरी बिहार की नदियों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने के प्रमुख कारण हिमालय : तराई क्षेत्र में अधिक वर्षा है। एक सर्वेक्षण के अनुसार बिहार में कुल बाढ़-क्षेत्र लगभग 64 लाख हेक्टेयर है।
10. बिहार में ऐसे जिलों का नाम लिखिए जहाँ वन विस्तार एक प्रतिशत से भी कम है।
उत्तर ⇒ बिहार राज्य में वन क्षेत्र का प्रतिशत है— पटना (0.01%), नालंदा (0.75%), जहानाबाद (0.10%), पूर्वी चम्पारण (0.02%), खगड़िया (0.01%), पूर्णिया (0.02%), किशनगंज (0.06%), अररिया (0.13%), कटिहार (0.29%) वनों का विस्तार है।
11. नदी घाटी परियोजनाओं के मुख्य उद्देश्यों को लिखें
उत्तर ⇒ आपार जल संसाधन के उपयोग के लिए बाढ़ की विभीषिका, सूखे की प्रचण्डता को देखते हुए बिहार में नदी घाटी योजनाओं का विकास किया गया है। जिससे जल विद्युत, उत्पादन सिंचाई मछली पालन, पेयजल, औद्योगिक उपयोग मनोरंजन एवं यातायात का विकास मुख्य उद्देश्य है।
12. बिहार में स्थित राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण्यों की संख्या बताएँ और दो अभ्यारण्यों की चर्चा करें।
उत्तर ⇒ बिहार राज्य में 14 अभ्यारण्य एवं एक राष्ट्रीय उद्यान है। गौतम बुद्ध अभ्यारण्य (गया) में है। दरभंगा जिला में कुशेश्वर स्थान पर वन्य जीवों अभ्यारण थे वन्य जीवों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। कुशेश्वर में पहले बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों को फंसाया जाता था लेकिन जन जागरण के कारण अब यहाँ पर किसी भी प्रकार शिकार करना पूर्णतः वर्जित हो गया है।
13. बिहार में स्थित राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्यों की संख्या बताएँ और दो अभयारण्यों की चर्चा करें।
उत्तर ⇒ बिहार में एक राष्ट्रीय उद्यान एवं 14 अभ्यारण्य हैं जिसके अंतर्गत 2064.41 हेक्टेयर भूमि है।
कावर झील – बेगूसराय जिला के अंतर्गत मंझौल अनुमण्डल में 2500 एकड़ पर फैला कावर झील वन जीवों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। कावर झील प्रवासी पक्षियों का प्रमुख पड़ाव है। प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक डा. सलीम अली ने इसे “पक्षियों का स्वर्ग” कहा था। कावर झील में 300 प्रजातियों के पक्षियों का अध्ययन एक साथ संभव हैं।
14. बिहार की मुख्य फसलें क्या हैं ?
उत्तर ⇒ बिहार की प्रमुख फसलों में धान, गेहूँ, मकई, गन्ना, तम्बाकू, महुआ, ज्वार, दलहन और तिलहन हैं।
15. बिहार में जूट का उत्पादन किन-किन जिलों में होता है? ..
उत्तर ⇒ पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, किशनगंज, सहरसा, दरभंगा और समस्तीपुर जिलों में जूट का उत्पादन मुख्य रूप से होता है।
16. दुर्गावती जलाशय परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर ⇒ इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य कैमूर एवं रोहतास जिले के सूखाग्रस्त क्षेत्रों की सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण है।
17. संक्षेप में शुष्क पतझड़ वन की चर्चा कीजिए ।
उत्तर ⇒ बिहार के पूर्वी मध्यवर्ती भाग तथा द०-प० पहाड़ी भागों में इस प्रकार के वनों का विस्तार है । कैमूर और रोहतास जिले में इसका अधिक विस्तार है। यहाँ के प्रमुख वृक्ष खैर, बहेड़ा, पलास, महुआ, अमलतास, शीशम, नीम, हरॆ आदि है।
18. बिहार में वनों का असमान वितरण है। कैसे ?
उत्तर ⇒ बिहार में वनों का वितरण बहुत ही असमान है। मैदानी भागों एवं दियारा क्षेत्रों में तो प्राकृतिक वनों का पूर्णतः अभाव है। सिवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, पटना, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगुसराय, मधेपुरा, खगड़िया, नालन्दा में 1% से भी कम भूमि में वन मिलते हैं। पश्चिमी चम्पारण, कैमूर, बाँका, जमुई, गया और मुंगेर जिलों के पहाड़ी भागों में वनों का विस्तार है।
5. (क) खनिज एवं ऊर्जा संसाधन |
1. सोन नदी घाटी परियोजना से उत्पादित जल विद्युत का वर्णन कीजिए।
उत्तर ⇒ डेहरी, रोहतास में स्थित पश्चिमी सोन परियोजना, वारूण, औरंगाबाद पूर्वी सोन लिंक नहर जिनसे मात्र 9.90 मेगावाट जल विद्युत उत्पन्न होता है जो क्रमशः 6.60, 3.30 है।
2. अभ्रक कहाँ मिलता है ? इसका क्या उपयोग है ?
उत्तर ⇒ अभ्रक बिहार में नवादा, बाँका, गया एवं जमुई जिलों में मिलता है। इसका उपयोग बिजली और संचार संयत्र, शीशा, सजावटी समान, अग्निरोधक सामग्री इत्यादि बनाने के साथ-साथ कागज उद्योग, रासायनिक उद्योग, रबड़ उद्योग में उपयोग होता है।
3. बिहार की कोई दो जल विद्युत परियोजनाओं के नाम लिखें।
उत्तर ⇒ बिहार की दो जलविधुत परियोजनाएँ –
(i) पश्चिमी सोन नहर जल विधुत परियोजना— जो डेहरी (रोहतास जिले) में सोन नहर पर बनी है।
(ii) कटैया जल विधुत परियोजना- जो कोसी की सहायक कटैया नदी पर सुपौल जिले में स्थित है।
4. बिहार की खनिज-सम्पदा का संक्षिप्त विवरण दें।
उत्तर ⇒ बिहार में चूना-पत्थर, अभ्रक, डोलोमाइट, सिलिका सैंड, पाइराइट, क्वार्ट्ज, फेल्सपार, चीनी मिट्टी, स्लेट एवं शोरा आदि अधात्विक खनिज मिलते हैं। इनका उपयोग लोहा-इस्पात उद्योग में होता है।
5. बिहार में तापीय विधुत केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर ⇒ बिहार का तापीय विधुत केन्द्र-कहलगाँव, काँटी तथा बरौनी है। कहलगाँव सुपर थर्मल पावर की उत्पादन क्षमता 840 मेगावाट है। काँटी तापीय विधुत मुजफ्फरपुर के निकट है इसकी उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है । बरौनी ताप विधुत योजना की उत्पादन क्षमता 145 मेगावाट है। इसके अलावे प्रस्तावित तापीय विधुत परियोजना नवीनगर में है।
6. बिहार में जल विधुत विकास पर प्रकाश डालिए।
उत्तर ⇒ बिहार में जल विधुत परियोजना का काम तेजी से हो रहा है। इसके विकास के लिए 1982 में बिहार राज्य जल विधुत निगम का गठन किया इसके द्वारा 2055 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
वर्तमान में बिहार में चार जल विधुत परियोजना काम कर रही है –
(i) पश्चिमी सोन नहर परियोजना (ii) पूर्वी सोन लिंक नहर
(iii) पूर्वी गण्डक नहर परियोजना (iv) कटैया परियोजना।
7. सोन नदी घाटी परियोजना से उत्पादित जल विधुत का वर्णन कीजिए ।
उत्तर ⇒ सोन नदी घाटी बहूद्देशीय परियोजना के अन्तर्गत जल विधुत उत्पादन के लिए शेक्ति गृहों की स्थापना की गई है। पश्चिमी नहर पर डेहरी पास 6.6 मेगावाट उत्पादन क्षमता का शक्ति गृह स्थापित है। इसी प्रकार पूर्वी नहर शाखा पर वारुण नामक स्थान पर 3.3 मेगावाट क्षमता का शक्ति गृह इसी प्रकार निर्माण किया गया है। सोन नदी पर इन्द्रपुरी के पास एक बाँध के निर्माण का प्रस्ताव भी है। सोन नदी पर इन्द्रपुरी के पास एक बाँध के निर्माण का प्रस्ताव भी है और 450 मेगावाट पर बिजली उत्पादन का लक्ष्य है।
8. बिहार में तापीय केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर ⇒ परम्परागत ऊर्जा स्रोतों में बिहार में कई तापीय विधुत केन्द्र हैं। इनमें ३ कहलगांव, कांटी और बरौनी तापीय विधुत केन्द्र प्रमुख हैं। कहलगाँव सुपर र्थमल पावर की उत्पादन क्षमता 840 है। यह केन्द्र द्वारा प्रायोजित NTPC के अधीन कार्य । करता है। भविष्य में इसकी क्षमता 1500 मेगावाट करने की योजना है। कांटी तापीय विधुत केन्द्र मुजफ्फरपुर के निकट है। इसकी उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है और बरौनी ताप विधुत परियोजना की स्थापना रूस के सहयोग से किया गया था। इसकी , उत्पादन क्षमता 145 मेगावाट है। इन परियोजनाओं के अतिरिक्त कुछ प्रस्तावि तापीय विधुत परियोजनाएँ भी हैं इनमें बाढ़ और नवीनगर तापीय परियोजना है। बाढ़ प्रस्तावित क्षमता 2000 मेगावाट है इसका निर्माण कार्य NTPC द्वारा ही हो रहा है। यह पटना जिला के बाढ़ अनुमण्डल में है। नवीनगर तापीय विधुत परियोजना का निर्माण रेलवे एवं NTPC के संयुक्त प्रयास से हो रहा है। इसका प्रस्तावित उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है और यह औरंगाबाद जिला में है।
9. बिहार के दो जलविधुत परियोजनाओं के नाम लिखें ?
उत्तर ⇒ डेहरी, रोहतास में पश्चिमी सोन परियोजना ।
10. तीन धात्विक खनिज के नाम लिखें ?
उत्तर ⇒(क) बॉक्साइट, (ख) मेग्नेटाइट, (ग) सोना अयस्क
11. बिहार में सोना कहाँ मिलता है ?
उत्तर ⇒ सोना दक्षिणी बिहार की नदियों के बालू रेत के साथ मिलता है।
12. बिहार की सबसे बड़ी तापीय विधुत परियोजना है ?
उत्तर ⇒ कहलगांव सुपर थर्मल पावर बिहार की सबसे बड़ी तापीय विधुत परियोजना है।
13. अभ्रक का उच्च कोटि क्षेत्र है ?
उत्तर ⇒ मास्कोह्वाइट बहुत ही उच्च कोटि का अभ्रक होता है। इसे बंगाल रूबी के नाम से जाना जाता है।
14. बिहार में ग्रेफाइंट एवं यूरेनियम के वितरण को लिखिए।
उत्तर ⇒ बिहार में यूरेनियम गया जिले के सूईगार के निकट अखबरी पहाड़ी के अलावे जहानाबाद, अरवल, मुंगेर, जमुई, भागलपुर जिलों में मिलता है । ग्रेफाइट का सीमलताला क्षेत्र प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है।
5. (ख) बिहार : उधोग एवं परिवहन |
1. बिहार के प्रमुख हवाई अड्डों का नाम लिखिए और वह कहाँ स्थित हैं ?
उत्तर ⇒ बिहार में सिर्फ पटना एवं बोध गया में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का विकास हुआ है। पटना का हवाई अड्डा जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन के नाम से है। इसके अलावे सात हवाई अड्डों में मुजफ्फरपुर, जोगवनी; रक्सौल, भागलपुर, बिहटा आदि हैं।
2. मुंगेर में कौन-कौन से उद्योग विकसित है वर्णन कीजिए।
उत्तर ⇒ मुंगेर जिले बीड़ी के 250 से अधिक कारखाने हैं। मुंगेर में इम्पेरियल टोबैको दिलावरपुर में स्थापित है। मुंगेर में कई तेल मिले हैं । मुंगेर जिले के जमालपुर में डीजल इंजन का कार्य होता है। यह एक बड़ा रेलवे वर्कशाप है।
3. बिहार में जूट उद्योग पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर ⇒ जूट बिहार का नहीं बल्कि पूर्वी भारत का एक महत्वपूर्ण उद्योग है। आजादी के पूर्व भारत में 110 जूट के कारखाने थे। आजादी के बाद जूट पैदा करने वाले अधिकतर भाग बंगलादेश में चले गये जिसके कारण इस उद्योग को भारी झटका लगा। जूट का उत्पादन बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों में होता है। बिहार में जूट । के तीन बड़े कारखाने कटिहार, पूर्णिया और दरभंगा में हैं। वर्तमान में सिर्फ कटिहार का कारखाना कार्यरत है।
4. नई. औद्योगिक नीति के मख्य बिन्दुओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर ⇒ नई औद्योगिक नीति, 2006 के आने से वर्तमान राज्य सरकार द्वारा नए निवेशों को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए गए कदम के बाद इस प्रक्षेत्र में काफी उत्साह बढ़ा है। राज्य में निवेश के 245 प्रस्ताव हए हैं. जिनमें 57.84 हजार करोड़ रु० निवेश प्रस्ताबित है। राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड इनमें से 115 प्रस्तावों को अनुमोदित भी कर चुका है, जिनमें कुल 40.72 करोड़ रु० का निवेश प्रस्तावित है
5. उत्तरी बिहार की अपेक्षा दक्षिणी बिहार में सड़कों का विकास अधिक हुआ है, क्यों ?
उत्तर ⇒ बिहार का अधिकतर भाग मैदानी है, इसलिए यहाँ परिवहन के प्रायः सभी स्थलीय साधनों का विकास हुआ है। इसका उत्तरी भाग बाढ़ प्रभावित रहता है। इसलिए इस क्षेत्र में सभी यातायात साधनों का विकास दक्षिणी बिहार की अपेक्षा कम हो पाया है। प्रत्येक साल उत्तरी बिहार बाढ़ से प्रभावित होती है एवं सड़क यातायात बुरी तरह से प्रभावित होती है। दक्षिणी बिहार में सड़कें का विकास उत्तरी भारत की अपेक्षा अधिक विकास हुआ है।
6. जमालपुर में किस चीज का वर्कशाप है और क्यों प्रसिद्ध हैं ?
उत्तर ⇒ जमालपुर में 1875 ई. से एक बड़ा रेलवे वर्कशाप है। जिसमें 10 हजार मजदूरों को रोजगार मिला है। यह एशिया का सबसे पहला वर्कशाप था। मुंगेर जिला के जमालपुर में डीजल इंजन का कार्य होता है।
7. उत्तरी बिहार के रेल मार्ग की विवेचना कीजिए।
उत्तर ⇒ बिहार में रेलमार्ग का विकास ब्रिटिश काल में सर्वप्रथम 1860 ई. में हुआ था। बिहार में रेलवे का विकास पूरब-पश्चिम रेलवे का निर्माण हुआ । आज़ादी के समय तक उत्तरी बिहार में अधिकतर बड़ी गेज का विकास हुआ था। स्वतंत्रता के बाद मोकामा. के पास 1955 ई. राजेन्द्र सेतु निर्माण के उपरांत उत्तरी एवं दक्षिणी बिहार का रेलमार्ग द्वारा सम्पर्क स्थापित हो गया । उत्तरी बिहार में हाजीपुर में 2002 में पूर्व-मध्य रेलवे का मुख्यालय स्थापित हो गया।
8. राजगीर के औद्योगिक विकास पर अपना विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर ⇒ प्राचीन काल के समय से ही राजगीर का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। यहाँ पर्यटन उद्योग विकास किया जा सकता है। यहाँ गर्म जल के झरने, वेनुवन, जरासंध का आखड़ा, रेलवे मार्ग द्वारा जैन मंदिर दर्शन के लिए आदि हैं। इसके अलावे सांस्कृतिक विरासत एवं अनेक धर्मस्थलों, प्राकृतिक सौंदर्य के पर्यटन का विकास किया जा सकता है। राजगीर में अभी हाल में ही आयुद्ध कारखाना भी खोला गया है जो कि औद्योगिक विकास का सूत्र है।
9. बिहार में नदियों का परिवहन क्षेत्र में क्या योगदान है ?
उत्तर ⇒ बिहार एक भू-आवेशित (Land-Locked) राज्य है। यहाँ जलमार्ग के लिए नदियों का उपयोग किया जाता है। बिहार में कई बड़ी नदियाँ हैं, जिसमें सालोंभर जल प्रवाहित होता रहता है। यही कारण है कि इस राज्य में प्राचीन काल से ही जल परिवहन का कार्य होता रहा है। मध्यकाल में भी यातायात का मुख्य साधन जलमार्ग ही था। गंगा, घाघरा, कोसी, गंडक, सोन आदि नदियाँ मुख्य रूप से जल. परिवहन के लिए उपयोग की जाती है। घाघरा नदी से यातायात, गंडक से लकड़ी, फल, सब्जी, सोन नदी से बालू एवं पुनपुन नदी से बांस दिये जाते हैं।
10. बिहार के जल मार्ग पर अपना विचार प्रस्तुत करें। ITBOI
उत्तर ⇒ बिहार में जलमार्ग की विकास की असीम संभावनाएँ हैं। वर्तमान में गंगा नदी में हल्दिया-इलाहाबाद राष्ट्रीय जलमार्ग विकसित किया गया है। यहाँ गंगा के अलावे कोसी, गंडक सोन नदियों की एक-दूसरे से जोड़ दिया जाए तो जलमार्ग का काफी विकास हो सकता है। जलमार्ग काफी कम खर्चीला एवं परिवहन का सबसे सस्ता परिवहन साधन है । यहाँ जलमार्ग के विकास के लिए नदियों के अवसाद के जमाव, बाढ़ एवं ग्रीष्म काल में जल के अभाव के कारण परिवहन बाधित हो जाता है। यस समस्या दूर हो जाए तो यहाँ जलमार्ग का भविष्य उन्नत है।
11. औद्योगिक विकास हेतु बिआडा के पहल को बताएँ ।
उत्तर ⇒ बिहार के औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए बिआडा की स्थापना की गयी है। इस विकास प्राधिकार द्वारा कुछ साहसिक कदम उठाए गए हैं। 2006-07 में 172.45 करोड़ र परियोजना लागत वाली 15 इकाइयों को जमीन दी गई। हाजीपुर में 5 करोड़ र सामान्य मूल्य स्राव परिशोधन संयंत्र का निर्माण कार्य आरंभ हुआ जो कि राज्य का पहला फुड पार्क भी विकसित होते जा रहा है। इसके अलावा भागलपुर एवं बेगूसराय में हथकरघा पार्क, पटना हवाई अड्डे में . कारगो कम्पलेक्स एवं फतुहाँ में अंतर्देशीय कंटेनर डीपों की स्थापना होने जा रही है।
12. बिहार में तम्बाकू उत्पादन के दो जिला का नाम लिखें।
उत्तर ⇒ मुंगेर, गया।
13. बिहार में चीनी उत्पादन के तीन जिला का नाम लिखें ।
उत्तर ⇒ पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज ।
14. बिहार में चर्म उद्योग मुख्य रूप से किस जिला में है ?
उत्तर ⇒ बेतिया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, कटिहार, पटना।
15. कालीन के कारखाने कहाँ हैं ?
उत्तर ⇒ औरंगाबाद जिला के ओबरा तथा दाउदनगर ।
16. बिहार में जूट उद्योग पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर ⇒ जूट उद्योग बिहार ही नहीं, भारत का एक महत्वपूर्ण उद्योग है । वर्तमान समय में बिहार भारत का दूसरा बड़ा उत्पादक वाला राज्य है। यहाँ जूट के तीन बड़े कारखाने हैं। कटिहार, पूर्णिया और दरभंगा में हैं।
17. गंगा किनारे स्थित महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर ⇒ गंगा नदी के दोनों ओर तटीय जिलों में दलहन का उत्पादन अधिक होता है। इसलिए दलहनें की छोटी मिलें विकसित है। इनमें बाढ़, मोकामा, बरबिघा, शेखपुरा, पटना, बिहारशरीफ प्रमुख है । इसके अलावे तराई क्षेत्र में चावल कूटने की अनेक मिलें हैं।
18. बिहार में रज्जू मार्ग के उपयोग तथा विकास को बतायें ?
उत्तर ⇒ रज्जु मार्ग का उपयोग पर्वतीय एवं दुर्गम स्थानों के लिए होता है। बिहार में राजगीर के गृद्धकुद्ध पर्वत पर बौद्ध शांति स्तूप पर जाने के लिए रज्जू मार्ग का विकास किया गया है ।यह 1972 में जापान सरकार द्वारा बनाया गया था और अब यह बिहार राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण को सौंप दिया गया है। बांका जिला में मन्दार हिल को भी रज्जू मार्ग से शीघ्र ही जोड़ दिया जायेगा। यह स्थान जैनियों के लिए प्रसिद्ध तीर्थस्थल है।
5. (ग) बिहार : जनसंख्या एवं नगरीकरण |
1. बिहार की जनसंख्या सभी जगह एक समान नहीं है । स्पष्ट कीजिए।
उत्तर ⇒ बिहार की जनसंख्या वितरण सभी जगह समान रूप से नहीं है। कहीं जनसंख्या बहुत अधिक है तो कहीं बहुत कम है। इसके मुख्य कारण यहाँ की आर्थिक, सामाजिक परिवेश और भौतिक विविधता हैं। जहाँ भी धरातल समतल जलोढ़ एवं मैदानी है वहाँ घनी आबादी है। इसके अलावे सिंचाई सुविधा कृषि में नयी तकनीक का उपयोग, नगरीकरण के कारण अधिक है । जैसे-पटना, मुजफ्फरपुर एवं भोजपुर जिलों में जनसंख्या अधिक है।
बेतिया, शिवहर, शेखपुरा, लक्खीसराय जिले में जनसंख्या कम है। इसका प्रमुख कारण है-कृषि का पिछड़ापन एवं कम क्षेत्रफल।
2. बिहार के अत्यधिक घनत्व वाले जिले का नाम लिखिए।
उत्तर ⇒ पटना, दरभंगा, वैशाली, बेगूसराय, सीतामढ़ी, सारण एवं सीवान अत्यधिक जनसंख्या घनत्व वाले जिले हैं। इन जिलों में राज्य की 17.50% भूमि पर 28.17% आबादी रहती है। इन जिलों का घनत्व 1200 प्रति वर्ग कि. मी. है।
3. बिहार में घनी आबादी कहाँ है?
उत्तर ⇒ समतल धरातल, जलोढ़ एवं मैदानी क्षेत्रों में घनी आबादी मिलती है।
4. बिहार में अत्यन्त कम धनत्व वाले जिले कौन-कौन हैं ?
उत्तर ⇒ बिहार में अत्यंत कम जिले आबादी 600 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी. से कम है । इसके अंतर्गत पश्चिमी चम्पारण, बाँका, जमुई और कैमूर जिला है। जिसका घनत्व 382 प्रति वर्ग कि. मी. है। इन जिलों में राज्य की भूमि का 14.58% एवं कुल जनसंख्या का लगभग 9% भाग निवास करते हैं।
5. मध्ययुग में बिहार में नगरों का विकास किस प्रकार हुआ ?
उत्तर ⇒ बिहार में मध्यकाल में नगरों का विकास सड़कों के विकास एवं प्रशासनिक कारणों से हुआ। ऐसे नगरों में सासाराम, दरभंगा, पूर्णिया, छपरा, सिवान, आदि आते हैं। बिहार में मध्यकाल में सड़कों का विकास हुआ। जिसके परिणामस्वरूप सड़कों के किनारे नगर बसने लगे। शेरशाह के समय सड़कों के साथ-साथ प्रशासनिक सुधार भी हुए जिसके कारण नगरों का विकास हुआ।
6. बिहार के अत्यधिक घनत्व वाले जिले का नाम लिखिए।
उत्तर ⇒ जिन जिलों का घनत्व 1200 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी. है उसे अत्यधिक घनत्व वाले वर्ग में रखा गया है। बिहार में सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला शिवहर है। जहाँ प्रति वर्ग कि. मी. 1,471 व्यक्ति निवास करते हैं। इसके बाद दरभंगा और वैशाली का स्थान आता है।, जहाँ क्रमशः 1,342 और 1,332 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि. मी. रहते हैं। चौथे स्थान पर बेगूसराय जिला है, जहाँ प्रतिवर्ग किलोमीटर 1,222 व्यक्ति रहते हैं। इसके बाद सीतामढ़ी, सारण और सिवान इसके अन्तर्गत आते हैं।
7. बिहार की जनसंख्या आकार को बताइए।
उत्तर ⇒ बिहार आरंभ से ही सघन जनसंख्या वाला प्रदेश रहा है। यह आज भी भारत के घने आवादी वाले राज्यों में से एक है। वर्तमान समय में यह जनसंख्या आकार की दृष्टि से उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र के बाद तीसरे स्थान पर है। इसका मुख्य कारण यहाँ की भौगोलिक स्थिति है, अर्थात् समतल भू-भाग, उपजाऊ मिट्टी, सालोंभर जल से भरी नदियाँ एवं सुगम यातायात की सुविधा है।
2011 ई० की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या 8,29,98,509 है, इनमें 4,32,43,795 पुरुष तथा 3,97,54,714 महिलाएँ हैं। यह जनसंख्या भारत की कुल जनसंख्या का 8.07% है। केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (CAO) के अनुसार 2007 में बिहार की जनसंख्या बढ़कर 9.31 करोड़ हो गई है।
8. दो प्राचीन एवं दो आधुनिक नगरों का नाम लिखिए।
उत्तर ⇒ बिहार के दो प्राचीन नगरों पाटलीपुत्र, नालंदा, आधुनिक नगर बरौनी, बाल्मीकी नगर ।
9. मध्ययुग में बिहार में नगरों का विकास किस प्रकार हुआ ?
उत्तर ⇒ मध्य युग में बिहार में नगरों का विकास सड़कों के विकास एवं प्रशासनिक कारणों से हुआ है। ऐसे नगरों में सासाराम, दरभंगा, पूर्णिया, छपरा, . सिवान आदि है।
10. बिहार के मध्यम घनत्व वाले जिले कौन-कौन हैं ?
उत्तर ⇒ बिहार के मध्यम घनत्व 1000-800 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी. लोग मुख्य रूप से पूर्वी चम्पारण, भागलपुर, जहानाबाद, अरबल, भोजपुर, सहरसा, खगड़िया, मधेपुरा, बक्सर और मुंगेर जिले हैं। इस जिलों में राज्य की 24% से अधिक भूमि एवं राज्य की कुल जनसंख्या का 18% आबादी रहती है।